Ration Card, LPG Gas Price & Ujjwala Yojana: देश में लगातार बढ़ती महंगाई से हर घर का बजट बिगड़ गया है। हर महीने गैस सिलेंडर, राशन और जरूरी सामान की कीमतें बदलती रहती हैं जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार सबसे ज्यादा परेशान हैं। ऐसे समय में सरकार की नई घोषणाएं कुछ राहत लेकर आई हैं। अक्टूबर महीने से राशन कार्ड, एलपीजी गैस और उज्ज्वला योजना से जुड़े कई बदलाव लागू हो रहे हैं जिनका असर सीधे आम लोगों की जेब पर पड़ेगा।
सरकार की उज्ज्वला योजना
सरकार ने फैसला लिया है कि जिन परिवारों के पास राशन कार्ड है उन्हें अब सिर्फ अनाज ही नहीं बल्कि कुछ जरूरी घरेलू सामान भी दिया जाएगा। पहले जहां केवल गेहूं और चावल मिलता था अब उसकी जगह दाल, चीनी और नमक भी शामिल किया गया है। यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें एक साथ मिल सकें और उन्हें बाजार की महंगाई से कुछ राहत मिले।
हर महीने मिलेगी आर्थिक मदद
सरकार ने राशन कार्ड धारकों को एक और राहत दी है। अब पात्र परिवारों को हर महीने एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी जिससे उन्हें घर का खर्च चलाने और जरूरी चीजें खरीदने में आसानी होगी। यह फैसला खासकर उन परिवारों के लिए बड़ी मदद साबित होगा जो उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं।
एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव
अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव हुआ है। कुछ शहरों में घरेलू गैस सस्ती हुई है जबकि कुछ जगह हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को राहत देते हुए सिलेंडर पर सब्सिडी जारी रखी है। उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को हर सिलेंडर पर लगभग 300 रुपये की सब्सिडी मिलती रहेगी जिससे उनके घरेलू बजट पर कम असर पड़ेगा।
गरीब परिवारों को सीधी मदद
इन सभी बदलावों का मकसद गरीब और जरूरतमंद परिवारों को सीधी राहत देना है। पहले सिर्फ अनाज मिलने से परिवारों को बाकी जरूरी चीजें खरीदने में दिक्कत होती थी लेकिन अब सरकार ने उन सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नया पैकेज तैयार किया है। इससे लोगों को कम दाम में ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी और उज्ज्वला योजना से गैस भरवाना भी आसान होगा।
लोगों की प्रतिक्रिया
ग्रामीण इलाकों में इस योजना को लेकर लोगों में खुशी का माहौल है। कई लोगों का कहना है कि पहले गैस की कीमत बढ़ने से उन्हें लकड़ी या गोबर के चूल्हे का सहारा लेना पड़ता था लेकिन अब सरकार की मदद से वे दोबारा एलपीजी का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। वहीं शहरों में भी लोग राशन कार्ड के नए बदलावों को लेकर सकारात्मक हैं क्योंकि इससे महीने का खर्च कुछ कम हो जाएगा।